मै वह नही जो मै कहता हू़,
मै वह हूँ, जो आप कहते हो !
मेरी पहचान जानता नही,
सिवा आपके कोई जानता नही !
यु तो खुब मिलते है यार,
कुछ होते है जो निभाते प्यार !
बिना आपसे मेरा वजुद कैसा,
बिना प्यार से कोई यार कैसा !
किसी की मुस्कुराहट होती कुछ ऐसी ,
गम मै भी साथ देती फुलो जैसी !
रिश्ता तो हम निभाना चाहते,
गर साथ आप हमे दे पाते !
कवी: सुभाष थोरात, चाळीसगाव
मै वह हूँ, जो आप कहते हो !
मेरी पहचान जानता नही,
सिवा आपके कोई जानता नही !
यु तो खुब मिलते है यार,
कुछ होते है जो निभाते प्यार !
बिना आपसे मेरा वजुद कैसा,
बिना प्यार से कोई यार कैसा !
किसी की मुस्कुराहट होती कुछ ऐसी ,
गम मै भी साथ देती फुलो जैसी !
रिश्ता तो हम निभाना चाहते,
गर साथ आप हमे दे पाते !
कवी: सुभाष थोरात, चाळीसगाव
४ टिप्पण्या:
Chhan chal thanks Pramodji.
थोरातसाहेब, प्रतिक्रियेबद्दल धन्यवाद!
Aap la prytn chhanch aahy . Tymule mala hi prerna milty
Subhash thorat
पुन्हा एकदा धन्यवाद!
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